इन्टरनेट के
इस दौर में कितनी नयी technology दिन ब दिन बडती जा रही है, उसी में से एक है, Artificial Intelligence.
अर्तिफिसिअल
इंटेलिजेंस ये न्यू टॉपिक है, जो हम कॉलेज, में seminar के लिए भी सेलेक्ट कर सकते
है. तो चलिए जानते है, की Artificial Intelligence
क्या होता है.
आपने कई
हॉलीवुड मूवी देखि होंगी जिसमे robot ही खुद सारे काम करते है, हमारी तरह सोचते है, और समय पड़ने
पर वो सही निर्णय लेने में तत्पर दिखता है. लेकिन क्या सच में एसा मुमकिन है, तो
इसका answer आपको इस पोस्ट को read करने के बाद मिल जायेगा.
Artificial Intelligence क्या है
“The science of making intelligence computer machine is called artificial
intelligence.”
इसे हम सिंपल
भाषा में कहे तो क्रत्रिम मशीन (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) जिसमे खुद सोचने की तत्परता
हो. Artificial Intelligence ये एक मार्ग है,
जिसके जरिए हम सोचने वाले computer, computer कंट्रोल्ड रोबोट, जो हमारी तरह सोचते
हो इनको बना सकते है.
Artificial
Intelligence का उद्देश ये है की, computer अपने आप तय कर पाए और
सही निर्णय ले पाए. उसके लिए computer को प्रोग्राम के जरिए तैयार किया जाता है.
इसका main उद्देश
है की एक्सपर्ट सिस्टम बनाना और साथ में मनुष्य की सोचने के शक्ती को मशीन में डालना
है.
अर्तिफिसिअल इंटेलिजेंस के एप्लीकेशन :
1. Natural Language Processing:
एसी सिस्टम का
निर्माण करना जो हमारी भाषा को समज सके, और हमारी दी गयी स्टेप को फॉलो कर सके.
2. Vision Systems
पोलिस computer सॉफ्टवेर का use करके आर्टिस्ट ने जो
स्केच बनाया होता है, उससे क्रिमिनल का चेहरा पहचान सकते है.
3. Robotics
कम्पनी में कई
एसे रोबोट है, जो पेंटिंग, कोटिंग, के लिए use किए जाते है.
Robotics:
रोबोटिक्स ये
AI की एक ब्रांच है. जिससे हम इफेक्टिव और, इंटेलीजेंट रोबोट बना सके.
रोबोट को
इसलिए बनाया जाता है, की man power को कम किया जाए और वही काम रोबोट से करवाया
जाए.
रोबोट की इस
तरह डिजाईन और प्रोग्राम किया जाता है, की वो हमारी इंस्ट्रक्शन को फॉलो करे.
हमारे जो कमांड है, उनको ही उसे फॉलो करने के लिए प्रोग्राम किया जाता है.
AI
के फायदे और नुकसान :
किसी भी चीज़ के
दो पहलु होते है. किसी भी चीज़ को देखने के दो नजरिए होते है. उसी प्रकार अर्तिफिसिअल
इंटेलिजेंस के बारे में सभी साइंटिस्ट का कहना है, की AI से बहुत काम आसन हो
जायेंगे. Man power को कम करना है.
लेकिन कई
साइंटिस्ट का कहना है, की अगर मशीन अपने आप सोचने लग जायगी तो ये मनुष्य के लिए
घातक हो सकता है, अगर मशीन अपने फैसले खुद लेने लग जाएगी तो इसका नुकसान इंसान को
ही होगा.
इस example को
हमारे बॉलीवुड मूवी रोबोट जो की रजनीकांत, का है, उसे देखकर समज सकते है.
इस पोस्ट को
पढ़कर अब आपको समज आया होगा की आखिर अर्तिफिसिअल इंटेलिजेंस क्या है.
आपके सुजाव और
विचार आप कमेंट में दे सकते है.
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