Internet ka Aviskar kisne kiya in Hindi-इंटरनेट का अविष्कार


Internet ka Avishkar kisne kiya ? इन्टरनेट का अविष्कार किसने और कब किया था | आज हम जिस टॉपिक पर बात करने वाले है वो है, “इन्टरनेट” | इन्टरनेट मानव के आविष्कारो में सबसे बड़ा अविष्कार माना जा सकता है |

Internet ka Aviskar kisne kiya in Hindi

इन्टरनेट के बिना आज जिंदगी गुजारना मुमकिन नहीं है | हर जगह पर हमे इन्टरनेट की जरुरत पड़ती है | सुभह उठने से GM और रात के सोने से GN तक हमे इन्टरनेट की जरुरत पड़ती है |

इसी इन्टरनेट का अविष्कार किसने किया होगा? एसा सवाल आपके मन में जरुर उठा होगा |

इन्टरनेट दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है | इन्टरनेट नेटवर्क का नेटवर्क्स होता है | जिसमे कई सारे कंप्यूटर आपस में जुड़े होते है |

Internet Ka Aviskar Kisne Kiya

आज के समय में technology दिन ब दिन advance होती जा रही है | इसलिए इन्टरनेट का अविष्कार किसी एक ने किया एसा कहना सही नहीं होगा | इसमें कई लोगो का योगदान रहा है |

इन्टरनेट के लिए कई scientist, programmer और इंजिनियरस का योगदान रहा है | जिसमे नाम आते है Leonard Kleinrock ,Robert Taylor,Steve Carr, Steve Crocker, Jeff Rulifson, Ron Stoughton,Tim Berners-Lee , vint cerf, Robert E. Kahn etc.
इन्टरनेट आने से पहले एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर पर डाटा सेंड करना या फिर रिसीव करना बेहत मुश्किल लगता था, लेकिन इन्टरनेट आने के बाद यह बेहत ही आसान हो गया |
तो चलिए इन्टरनेट की प्रारंभिक हिस्ट्री के बारे में जानते है |

इंटरनेट का अविष्कार

फर्स्ट टाइम इन्टरनेट का इस्तमाल 1960 में ARPANET(Advanced Research Projects Agency Network) ने किया | US Defense डिपार्टमेंट , ARPANET एक ही नेटवर्क में कई कंप्यूटर के साथ कम्युनिकेशन करने के लिए packet switching का इस्तमाल किया जाता था |


आगे इसमें investion हुआ जिसमे 1970 में scientists Robert Kahn और Vinton Cerf ने Transmission Control Protocol and Internet Protocol, (TCP/IP) का निर्माण किया जिसके चलते multiple नेटवर्क में कम्युनिकेशन किया गया |

ईमेल:
Ray Tomlinson ने 1971 में नेटवर्क के माध्यम से पहला इ-मेल भेजा | यह पहली messaging सर्विस थी, जिमसे एक नेटवर्क से दुसरे नेटवर्क में मेसेज सेंड कर सकते थे |

ARPANET:
ARPANET ने 1 जनवरी 1983 को TCP/IP का इस्तमाल कर के "नेटवर्क के नेटवर्क" को इकट्ठा करना शुरू किया जो आधुनिक इंटरनेट बन गया|

1990 में computer scientist Tim Berners-Lee ने World Wide Web का invention किया | वर्ल्ड वाइड वेब के आने के बाद वेबपेज को एक्सेस करना बेहत ही आसान बन गया |
उसके बाद 4 September 1998 को Google के आने के बाद इन्टरनेट का चेहरा ही बदल गया | आज भी कई लोग google को ही इन्टरनेट मानते है | इससे हम अंदाज लगा सकते है की google के आने के बाद लोगो पर इसका क्या प्रभाव पड़ा |

इन्टरनेट आने के बाद क्या क्या फायदे हुए :
जब से इन्टरनेट शुरू हुआ तब से हमारी जिन्दगी मानो सुखद बन गयी है |
1.इन्टरनेट के माध्यम से आपस में बात कर सकते है  (communication) |
2.घर बैठे शौपिंग कर सकते है |
3.मोबाइल, DTH, लाइट बिल, पाणी का बिल घर से भर सकते है |
4.ऑनलाइन स्टडी कर सकते है |
5.घर से ही किसी भी यूनिवर्सिटी का अध्ययन कर सकते है |

भारत में इंटरनेट की शुरुआत

भारत में इंटरनेट सेवा 15 अगस्त 1995 में तब आरंभ हुई जब विदेश संचार निगम लिमिटेड ने अपनी टेलीफोन लाइन के जरिए दुनिया के अन्य कंप्यूटर से भारतीय कंप्यूटरों को जोड़ दिया| याने 15 अगस्त 1995 से इन्टरनेट की शुरवात हो गई|
आज भारत में जिओ, आईडिया, एयरटेल , वोडाफ़ोन इन सबने हाई स्पीड (4G) इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई है |

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